क्यों उसके लिए मर जाने को दिल करता है, पता है उसे नहीं कद्र हमारी फिर भी - उसके लिए खुद को लुटाने को दिल करता है। क्यों उसके गम उससे लेने को दिल करता है, पता हुआ उसे नहीं कद्र हमारी फिर भी - अपनी खुशियाँ उसे देने को दिल करता है। उसके आँसू पौंछने को हाथ बढता हूँ, तो हाथ झटक देती है वो। उसके दर्द बाँटने की कोशिश करता हूँ, तो चोट दे जाती है वो। उसको प्यार देता हूँ हर पल, तो बदले में नफरत करती है वो। फिर भी ना जाने क्यों, उसकी ख़ुशी का ख़याल रखने को दिल करता है, उसका साथ उम्र भर निभाने को दिल करता है, उसकी हर तमन्ना को पूरी करने को दिल करता है। न जाने क्यों - उसकी एक मुस्कराहट के लिए, उसके साथ एक पल बिताने के लिए, उसकी छोटी सी ख़ुशी के लिए, उसकी हँसी के लिए, हज़ारो मौत मरने को दिल करता है, उसके लिए खुद को लुटा देने को दिल करता है। |
Monday 10 April 2017
Love Shayari collection hindi fonts Mein
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