Tuesday 11 April 2017

mohabbat shayari dil se dil dak, uski nazaro ko bas!


mohabbat shayari dil se dil dak, uski nazaro ko bas!
उसकी नज़रो को बस मेरा इंतज़ार था,
उसकी धड़कनों को बस मुझपर एतबार था,
उसकी साँसों को मेरी खुशबु का एहसास था,
उसकी हर दुआ में मुझे अपना बनाने का विश्वास था। 

न जाने मेरी वो मोहब्बत कहाँ खो गयी है,
न जाने क्यों वो मुझसे जुड़ा हो गयी है,
वो बेवफा तो नहीं -
फिर भी न जाने क्यों मुझसे दूर हो गयी है। 

आज भी उसकी जुदाई का दर्द पी रहा हूँ मैं,
आज भी उसे पाने की  जी रहा हूँ मैं,
मेरी किस्मत में उसका साथ नहीं है -
फिर भी हर दुआ में खुदा से उसे मांग रहा हूँ मैं। 

Monday 10 April 2017

Love Shayari collection hindi fonts Mein

क्यों उसके लिए मर जाने को दिल करता है,
पता है उसे नहीं कद्र हमारी फिर भी -
उसके लिए खुद को लुटाने को दिल करता है।

क्यों उसके गम उससे लेने को दिल करता है,
पता हुआ उसे नहीं कद्र हमारी फिर भी -
अपनी खुशियाँ उसे देने को दिल करता है।

उसके आँसू पौंछने को हाथ बढता हूँ,
तो हाथ झटक देती है वो।
उसके दर्द बाँटने की कोशिश करता हूँ,
तो चोट दे जाती है वो।
उसको प्यार देता हूँ हर पल,
तो बदले में नफरत करती है वो।

फिर भी ना जाने क्यों,
उसकी ख़ुशी का ख़याल रखने को दिल करता है,
उसका साथ उम्र भर निभाने को दिल करता है,
उसकी हर तमन्ना को पूरी करने को दिल करता है।

न जाने क्यों -
उसकी एक मुस्कराहट के लिए,
उसके साथ एक पल बिताने के लिए,
उसकी छोटी सी ख़ुशी के लिए,
उसकी हँसी के लिए,
हज़ारो मौत मरने को दिल करता है,
उसके लिए खुद को लुटा देने को दिल करता है।